What is the defference between deo/deodrant and perfume in hindi:- कुछ ऐसी चीज होती हैं जिनका इस्तेमाल तो हम अपनी आम जिंदगी में रोज करते हैं लेकिन फिर भी उनसे संबंधित कुछ सवाल हमारे मन में हमेशा रहते हैं जैसे की Deo और परफ्यूम को ही ले लीजिए। हम सभी Deo और Perfume का इस्तेमाल करते हैं लेकिन हम ऐसे ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं की डिओ और परफ्यूम में क्या अंतर होता है ? Deo का इस्तेमाल कब करना चाहिए और परफ्यूम का इस्तेमाल कब करना चाहिए ? तो चलिए आपको डियो और परफ्यूम में फर्क क्या है ? इसके बारे में बताते हैं।
Deo और Perfume में क्या अंतर होता है ?
सबसे पहले तो हम आपको बताना चाहेंगे की Deo को Deodrant भी कहते है, डियो और डिओड्रेंट दोनो एक ही चीज होती है। Deo का इस्तेमाल डायरेक्ट शरीर पर जैसे की चेस्ट और अंडरआर्म्स में किया जाता है। Deo की सुगंध ज्यादा समय तक नहीं रहती है इसलिए इसे बार-बार लगाना पड़ता है। वहीं अगर हम परफ्यूम की बात करें तो परफ्यूम शरीर पर नहीं बल्कि कपड़ों पर लगाया जाता है और इसकी महक डियो के मुकाबले ज्यादा समय तक रहती है।
> परफ्यूम सामान्यतः कांच की बोतल में होता है तथा लिक्विड फॉम में होता है, वही deo में लिक्विड कम और गैस ज्यादा होती है तथा यह अल्युमिनियम या प्लास्टिक के पैक में होता है।
> Deo की कीमत परफ्यूम के मुकाबले कम होती है। Deo जहां ₹150 रुपए से ₹300 तक आसानी से मिल जाता है। वही एक अच्छे परफ्यूम की कीमत ₹1000 से ₹2000 तक होती है।
Deo का इस्तेमाल कब करना चाहिए ?
जब आपके शरीर पर बार-बार पसीना आ रहा हो और इस वजह से आपके शरीर में से पसीने की बदबू आ रही हो ऐसे समय में आपको डियो का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आपके शरीर में से दुर्गंध ना आए। Deo का इस्तेमाल आप डेली कर सकते हैं।
परफ्यूम का इस्तेमाल कब करना चाहिए ?
परफ्यूम का इस्तेमाल सामान्य: ऑकेजनली यानी कुछ खास अवसरों पर किया जाता है। परफ्यूम का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि आसपास के लोगों को हमारे कपड़ों में से अच्छी खुशबू आए और वह हमारी तरफ आकर्षित हो। इसलिए परफ्यूम का इस्तेमाल कुछ खास अवसरों पर करना चाहिए वही deo का इस्तेमाल आप डेली कर सकते हैं।
FAQ
Deo और परफ्यूम में से ज्यादा महंगा होता है ?
परफ्यूम डीईओ के मुकाबले ज्यादा महंगा होता है।
परफ्यूम कहां लगाना चाहिए ?
परफ्यूम हमेशा कपड़ों पर लगाना चाहिए।
Deo कहां लगाया जाता है ?
Deo शरीर पर लगाया जाता है जैसे की चेस्ट और अंडरआर्म्स में।
Deo का इस्तेमाल क्यों किया जाता है ?
शरीर से आने वाली पसीने की बदबू को छुपाने के लिए डीईओ का इस्तेमाल किया जाता है।
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