What is women reservation bill full information in hindi:- अगर हम अभी की बात करें तो फिलहाल सितंबर 2023 चल रहा है और इस समय हमारे देश में लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है जिसमें महिला आरक्षण बिल पर चर्चा की जा रही है। तो जब से महिला आरक्षण बिल का नाम लोगों ने सुना है तब से हर कोई जानना चाहता हैं कि महिला आरक्षण बिल क्या है ? महिला आरक्षण बिल से क्या होगा ? अगर आप mahila aarkshan bill के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
महिला आरक्षण बिल क्या है ? पूरी जानकारी
महिला आरक्षण बिल जिसको 'महिला आरक्षण विधेयक' तथा 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' के नाम से जाना जा रहा हैं। आप इस बिल के नाम से ही समझ सकते हैं कि यह एक ऐसा बिल है जिसके पास होने के बाद महिलाओं को आरक्षण मिलना शुरू हो जाएगा। किंतु यह आरक्षण किस क्षेत्र में मिलेगा और कितना मिलेगा ? इसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। क्योंकि अगर हम अलग-अलग सरकारी विभागों की बात करे तो ज्यादातर सरकारी विभागों में पहले से ही महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। इसलिए महिला आरक्षण बिल से महिलाओं को कौनसे क्षेत्र में आरक्षण मिलेगा ? यह सवाल महत्वपूर्ण है।
तो हम आपको बताना चाहेंगे की ये जो महिला आरक्षण बिल है यह सिर्फ हमारे देश को चलने वाली लोकसभा तथा राज्यों की विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण देने के लिए लाया गया है।
अगर हम अभी की बात करें तो हमारे देश की संसद तथा राज्यों की विधानसभा में महिलाओं की सीट आरक्षित नहीं है इसलिए कुछ-कुछ राज्यों की विधानसभा में महिलाओं की संख्या 10% से भी कम है। ज्यादातर राज्यों की विधानसभा तथा लोकसभा में पुरुषों की संख्या 90% के करीब है वहीं महिलाओं की संख्या सिर्फ 10% से 15% है।
तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए यह महिला आरक्षण बिल लाया गया है, ताकि महिलाओं को लोकसभा तथा राज्यों की विधानसभाओं में भी आरक्षण मिल सके और जितने पद महिलाओं के लिए आरक्षित हो वो सिर्फ महिलाओं को ही मिले।
महिला आरक्षण बिल में महिलाओं को कितना आरक्षण मिलेगा ?
अगर हम इस महिला आरक्षण विधेयक की बात करें तो इसमें महिलाओं को एक तिहाई 1/3 यानी की 33% आरक्षण देने की बात कही गई है। जैसे कि मान लीजिए अगर किसी राज्य की विधानसभा में टोटल 300 सीट है तो उसमें से 1/3 यानी की 100 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इन 100 सीटों में भी 1/3 सीट SC/ST की महिलाओं के लिए आरक्षित होगी। यानी की अगर किसी विधानसभा में महिलाओं के लिए 100 सीट आरक्षित हैं तो उसमें भी 33 सीट सिर्फ एससी एसटी की महिलाओं के लिए आरक्षित होगी।
तो mahila aarkshan bill kya hai in hindi ? अभी यह तो आप जान गए होंगे। इसलिए चलिए अभी हम महिला आरक्षण बिल का थोड़ा इतिहास जाने की कोशिश करते हैं।
हमारे देश में यह बिल नया नहीं है 27 साल पहले 1996 में इस बिल को सबसे पहले लाने की कोशिश की गई थी। लेकिन यह सफल नहीं हो पाया और तब से लेकर आज तक इस बिल को कई बार राज्यसभा और लोकसभा में प्रस्तुत किया गया लेकिन अभी तक यह बिल पूरे तरीके से पास नहीं हुआ था।
इस बिल को सबसे पहले 1996 में H. D. Deve Gowda सरकार के समय लाया गया लेकिन उस समय यह बिल पास नहीं हो सका। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में भी इस बिल को पास कराने की कोशिश की गई लेकिन उस समय भी यह पास नहीं हुआ। इसके बाद 2010 जब देश के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह थे तब इस बिल को राज्यसभा में पास करवा लिया गया लेकिन उस समय इस बिल को लोकसभा में नहीं लाया गया था। इसलिए अभी इस बिल को लोकसभा में भी प्रस्तुत किया जा रहा है। अगर यह बिल पास हो जाता है तो उसके बाद देश की लोकसभा तथा राज्यों की विधानसभा में एक तिहाई सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएगी जिन पर सिर्फ महिलाओं को ही चुना जा सकेगा।
FAQ
महिला आरक्षण विधेयक का दूसरा नाम क्या है ?
महिला आरक्षण बिल का दूसरा नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम है।
महिला आरक्षण बिल से महिलाओं को कौनसे क्षेत्र में आरक्षण मिलेगा ?
महिला आरक्षण बिल से महिलाओं को लोकसभा तथा राज्यों की विधानसभा में आरक्षण मिलेगा।
तो उम्मीद करते हैं कि अभी आपको महिला आरक्षण बिल क्या है ? इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको इससे संबंधित अन्य कोई जानकारी चाहिए तो आप इस लेख के नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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