कच्ची घानी और रिफाइंड ऑयल में क्या अंतर होता है ?

What is deffrence between kachi ghani oil and refined oil full information in hindi:- तेल एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका इस्तेमाल हर घर में होता है। हम सभी अपने घरों में तेल में तली हुई चीजें खाते हैं तथा जो सब्जी हम रोज बनाते हैं उसमें भी तेल का इस्तेमाल होता है, बिना तेल के तो सब्जी बनाई ही नही जा सकती है। ऐसे में सब्जियों में इस्तेमाल किए जाने वाले तेल को लेकर हमारे मन में एक सवाल बार बार आता हैं कि हमे सब्जियों में कौनसा तेल इस्तेमाल करना चाहिए ? या कौनसा तेल ज्यादा अच्छा रहता है ? रिफाइंड तेल ज्यादा अच्छा होता है या फिर कच्ची घानी तेल ? कच्ची घानी और रिफाइंड ऑयल में से कौनसा ज्यादा अच्छा रहता है ?

इसलिए इस लेख में हम आपको यही बताने वाले हैं कि कच्ची घानी तेल कौनसा होता है ? रिफाइंड ऑयल कौनसा होता है ? तथा कच्ची घानी और रिफाइंड ऑयल में क्या अंतर होता है ?

हम आपको बताना चाहेंगे कि जितने भी प्रकार के तेल होते हैं जैसे कि सरसों का तेल, सोयाबीन का तेल, मूंगफली का तेल, तिल का तेल, सूरजमुखी का तेल तथा ऐसे बाकी जितने भी तेल होते हैं यह सभी दो कैटेगरी में उपलब्ध होते हैं। इनमें से आप चाहे कोई सा भी तेल ले लीजिए वह आपको दो अलग-अलग रूप में मिलेगा, एक कच्ची घानी और दूसरा रिफाइंड।

आप कोई सा भी तेल यूज़ कर सकते है। लेकिन वह तेल कच्ची घानी तेल है या डिफाइन रॉयल यह काफी इंपोर्टेंट हो जाता है। अगर आपको मालूम होगा की kachi ghani aur refined oil me kya antar hota hai ? तो आप आसानी से डिसीजन ले पाएंगे कि आपको कौनसा तेल इस्तेमाल करना चाहिए ? इसलिए चलिए आपको इन दोनों प्रकार के तेल में अंतर बताते हैं।


कच्ची घानी तेल कौनसा है ?

जब भी किसी तेल को प्राकृतिक तरीके से तैयार किया जाता है तो उसको कच्ची घानी तेल कहा जाता है। कच्ची घानी तेल अपनी नेचुरल स्थिति में ही होता है इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल या अन्य किसी पदार्थ की मिलावट नहीं होती है। चलिए हम आपको कच्ची घानी तेल को तैयार करने का प्रोसेस बताते हैं जिससे आप इसके बारे में और भी अच्छे से समझ पाएंगे।

जैसे कि मान लीजिए सरसों का कच्ची घानी तेल है, तो जब भी सरसों का कच्ची घानी तेल तैयार करना हो तो जब सरसों की फसल खेतों में तैयार हो जाती है तो सबसे पहले सरसों की फसल में से सरसो (बीज) को निकाला जाता है फिर उन्हे पीसकर उसमें से तेल निकाला जाता है और इस तेल को कच्ची घानी तेल कहा जाता है। यह तेल अपनी प्राकृतिक स्थिति में होता है इसलिए इसे इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।


रिफाइंड ऑयल कौनसा होता है ?

रिफाइंड का मतलब शुद्ध होता है या दूसरे शब्दों में कहें तो रिफाइंड ऐसे तेल को कहा जाता है जिसको शुद्ध किया गया हो। अभी तेल को रिफाइंड करने के कई मतलब हो सकते हैं, बहुत से तेल को रिफाइंड इसलिए किया जाता है ताकि उस तेल में मौजूद उसकी सुगंध को निकाला जा सके। ठीक ऐसे ही अलग-अलग प्रकार के तेलों को रिफाइंड करने का कारण अलग अलग हो सकता है। लेकिन फिर भी जब भी तेल की प्राकृतिक स्थिति में किसी प्रकार के अन्य पदार्थ या केमिकल मिलाकर उसको और भी बेहतर बनाया जाता है तो उसको रिफाइंड ऑयल कहा जाता है।

अगर हम आसान शब्दों में समझें तो जब कच्ची घानी तेल में कोई अन्य पदार्थ या केमिकल मिला दिया जाता है तो उसको रिफाइंड ऑयल कहा जाता है।


कच्ची घानी तेल और रिफाइंड तेल में क्या अंतर होता है ?

कच्ची घानी तेल अपनी प्राकृतिक स्थिति में होता है इसलिए इसका इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर माना जाता है, वही रिफाइंड ऑयल प्राकृतिक ऑयल में कुछ अन्य पदार्थ मिलाकर तैयार किया जाता है इसलिए इसका उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।


कच्ची घानी तेल और रिफाइंड तेल में से कौनसा अच्छा होता है ?

कच्ची घानी और रिफाइंड ऑयल दोनो की अपनी अपनी खासियत होती है। जहां पर कच्ची घानी तेल अपनी प्राकृतिक स्थिति में होने के कारण हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है तो वहीं रिफाइंड ऑयल को खाने में ज्यादा स्वादिष्ट माना जाता है। कोई सा भी तेल हो अगर आप तेल ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो उससे आपके शरीर को नुकसान होना संभव है। लेकिन फिर भी रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल लगातार लंबे समय तक करने से आपको शुगर, कैंसर तथा दिल की गंभीर बीमारियां हो सकती है।

रिफाइंड ऑयल उस समय ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब आप एक बार तेल को इस्तेमाल करने के बाद फिर से उसी तेल को बार-बार यूज़ करके उससे कोई चीज बनाएं। जैसे कि बाजार में मिलने वाले फास्ट फूड। 


FAQ

क्या रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए हानिकारक होता है ?

जी हां रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए हानिकारक होता है इसलिए आपको कम से कम तेल का इस्तेमाल करना चाहिए और हो सके तो कच्ची घानी तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।

रिफाइंड तेल किस चीज से बनता है ?

रिफंड तेल अलग से कैसी चीज से नही निकाला जाता है बल्कि जो तेल हम इस्तेमाल नॉर्मली अपने घरों में इस्तेमाल करते है जैसे सरसों का तेल, सोयाबीन का तेल इन्ही में कुछ अन्य चीजे मिला कर इनको और बेहतर बनाया जाता है फिर उस तेल को रिफाइंड तेल बोल दिया जाता है।

रिफाइंड तेल के नुकसान क्या है ?

रिफाइंड तेल ज्यादा खाने से आपको हृदय से संबंधित गंभीर बीमारियां हो सकती है।

रिफाइंड तेल कैसे बनता है ?

सामान्य तेल में ही कुछ अन्य पदार्थ मिलाकर इसको गर्म किया जाता है जिससे ओरिजिनल तेल में मौजूद कमियां जैसे कि तेल की खुद की सुगंध चली जाती है और फिर रिफाइंड तेल बनकर तैयार हो जाता है।

दोस्तों अभी आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि कच्ची घानी तेल किसे कहा जाता है ? रिफाइंड ऑयल किसे कहा जाता है ? तथा कच्ची घानी और रिफाइंड ऑयल में क्या अंतर होता है ? अगर आपको जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। 

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