What is Bank Overdraft Full Information in Hindi : - दोस्तों जब भी हम भारत के किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए जाते हैं तो वहां पर हमें दो ऑप्शन सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट का मिलता है। सेविंग अकाउंट में हम अपने पैसों को सेव करके रख सकते हैं। इस अकाउंट में हम जितने भी पैसे सेव करते हैं उन्हीं के अकॉर्डिंग हमें ब्याज दर भी दी जाती है। लेकिन करंट अकाउंट एक बिजनेस अकाउंट होता है जिसके कारण इस अकाउंट में ब्याज दर नहीं दी जाती है। क्योंकि यह अकाउंट केवल वही लोग खुलवाते हैं जिनका कोई बिजनेस होता है और बिजनेस में वह रोजाना ट्रांजैक्शन करते हैं।
इसी करंट अकाउंट में कस्टमर को एक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी दी जाती हैं। जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं तो हमने सोचा क्यों न आपको भी बैंक ओवरड्राफ्ट के बारे में जानकारी दी जाए।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि बैंक ओवरड्राफ्ट क्या होता है ? Bank overdraft कितने प्रकार के होते हैं ? Bank overdraft कैसे मिलता है ? इन सभी सवालों से संबंधित हम आपको संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं तो आप इस ब्लॉग को शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़ें।
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बैंक ओवरड्राफ्ट क्या होता है ? What is Bank Overdraft in Hindi
Bank Overdraft को DD यानी Demand Draft भी कहा जाता हैं। बैंक ओवरड्राफ्ट का मतलब सरल शब्दों में समझा जाए तो जब किसी बैंक अकाउंट में जमा की गई राशि से ज्यादा राशि निकाली जाए तो उसे ओवरड्राफ्ट माना जाता हैं।
फॉर एग्जांपल आपका भारत की किसी बैंक में अकाउंट है और इस अकाउंट में आपके ₹200000 जमा है। अब अगर आपके एकाउंट में ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी उपलब्ध है तो आप अपने बैंक एकाउंट से ₹250000 रुपए भी निकलवा सकते है। बस इसी फैसिलिटी को ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी कहा जाता हैं। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के तहत अगर आप जमा की गई राशि से ज्यादा राशि अपने बैंक एकाउंट से निकलवाते हैं तो बैंक के नियम के अनुसार आपसे ब्याज दर भी ली जाती है।
ओवरडार्फ्ट बैंक द्वारा दी जाने वाली एक ऐसी सुविधा होती है जिसमे कस्टमर अपने बैंक अकाउंट में जमा पैसे से ज्यादा पैसा निकलवा सकता हैं।
बैंक ओवरड्राफ्ट देने से संबंधित नियम और शर्तें : -
1. बैंक के द्वारा दिया गया ओवरड्राफ्ट कस्टमर को बैंक के निर्धारित समय के अनुसार वापस लौटाना होता हैं।
2. बैंक ओवरड्राफ्ट की ब्याज दर सभी बैंकों में अलग-अलग होती है।
3. आप उसी बैंक से बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा लें जिस बैंक में आपके सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शंस होते हैं।
बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा किन लोगों को दी जाती है ?
बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा उन सभी लोगों को दी जाती है जिनका बैंक अकाउंट करंट अकाउंट में आता है या बिजनेस अकाउंट में है। लेकिन ज्यादातर उन्हीं सभी लोगों को बैंक ड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है जिनका ट्रांजैक्शन बैंक से बहुत ही ज्यादा होता है। इसी के साथ ही जिस व्यक्ति का बैंक अकाउंट मेंटेन रहता है और व्यक्ति का संबंध उस बैंक से अच्छा होता हैं तो उसे बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है।
बैंक ओवरड्राफ्ट कितने प्रकार के होते हैं ? Types of Overdraft
बेसिकली बैंक ओवरड्राफ्ट दो प्रकार के होते हैं जिनमें से पहला Secured Overdraft और दूसरा Unsecured Overdraft होता हैं।
1. Secured Overdraft (सुरक्षित ओवरड्राफ्ट) : - इस ओवरड्राफ्ट में आपको अपनी कोई संपत्ति गिरवी रखनी पड़ती है जैसे प्रॉपर्टी। अगर आप इस ओवरड्राफ्ट में अपनी कोई संपत्ति गिरवी रख देते हैं तो आपको इस ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिल जाती है।
2. Unsecured Overdraft (असुरक्षित ओवरड्राफ्ट) : - इस ओवरड्राफ्ट में आप बिना कोई संपत्ति गिरवी रखे बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी ले सकते हैं।
बैंक से ओवरड्राफ्ट की सुविधा कैसे मिलती है ?
किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट की सुविधा लेने के लिए आपको उस बैंक में जाना होगा। फिर उस बैंक के कर्मचारियों के द्वारा एक एप्लीकेशन फॉर्म दिया जाएगा जिसमें आपको अपने अकॉर्डिंग सभी इंफॉर्मेशन दर्ज करके और साथ ही में बताए अनुसार डॉक्यूमेंट को अटैच करके बैंक में जमा कर दीजिए। उसके बाद आपको बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिल जाएगी।
लेकिन अगर आप बैंक से ओवरड्राफ्ट लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं तो आप उस बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें जिस बैंक से आप बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा लेना चाहते हैं। फिर इस बैंक की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर के ऑनलाइन फॉर्म अप्लाई कर दीजिएगा।
वैसे ओवरड्राफ्ट की सुविधा लोन लेने के समान ही होती है लेकिन इसमें थोड़ा बहुत फर्क भी देखने को मिलता है। तो आप भी बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा लेना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई जानकारी bank overdraft kya hota hai ? को शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़ें। जिसमें आपको ओवरड्राफ्ट लेने से संबंधित संपूर्ण जानकारी दे रखी है।
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