Debt Recovery Agent कौन होता हैं ? कैसे बने ?

How to Become Debt Recovery Agent Full Information in Hindi : - दोस्तों भारत में जनसंख्या बढ़ने के कारण बैंकों की काफी डिमांड बढ़ी है। जिसकी वजह से बैंकों की संख्या काफी बढ़ गई है। और आपको तो पता ही होगा कि हर एक बैंक लोन उपलब्ध करवाती हैं। जिस भी बैंक के द्वारा लोन दिया जाता है उस बैंक के द्वारा वापस लोन को रिकवर करवाने के लिए एक एजेंट की मदद ली जाती है। जिसे हम Debt Recovery Agent के नाम से जानते हैं। 

अभी के समय में सबसे ज्यादा डिमांड लोन को रिकवर करवाने वाले एजेंट की हैं। जिसके चलते लोन को रिकवर करवाने वाले एजेंट की फील्ड में काफी करियर स्कोप भी है। इसी करियर स्कोप को देखते हुए कैंडिडेट को इस फील्ड में हाथ आजमा लेना चाहिए। क्योंकि इस फील्ड में करियर बनाना बहुत ही आसान और सरल है।

अगर कोई लड़का या लड़की दसवीं पास भी है तो भी वह है एक लोन रिकवरी एजेंट बन सकता है। तो आज हम आपको इस ब्लॉग में DRA (Debt Recovery Agent) se संबंधित संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जैसे डेबट रिकवरी एजेंट कौन होता है ? डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए योग्यता क्या है ? डेबट रिकवरी एजेंट कैसे बने ? अगर आप भी इन्हीं सभी सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो आप इस ब्लॉग को शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़ें।


DRA की फुल फॉर्म क्या हैं ? What is DRA Full Form in Hindi

DRA की फुल फॉर्म मेडिकल फील्ड में " Drug Regulatory Agency " होता हैं। इसके अलावा " Data Recovery Agent " भी होता हैं। लेकिन हम बात कर रहे हैं " Debt Recovery Agent " के बारे में। इसे हिंदी में कर्ज वसूली एजेंट के नाम से भी जाना जाता हैं। 

तो दोस्तों अभी आप DRA का फुल फॉर्म जान गए होंगे। अब हम आपको DRA (Debt Recovery Agent) क्या होता हैं ? इसके बारे में बता देते हैं। 


DRA (Debt Recovery Agent) कौन होता हैं ? Who is DRA in Hindi

जिस प्रकार से बैंक के द्वारा किसी भी व्यक्ति को लोन दिया जाता हैं तो इसी लोन को वापस रिकवर करवाने या बैंक के द्वारा दिए गए लोन को वापस जमा करवाने के लिए Debt Recovery Agent की मदद ली जाती हैं। और ये एजेंट एक्चुअल में बैंक के द्वारा दिए गए लोन को वापस रिकवर करवाने का काम करते हैं। अब तो आप डेबट रिकवरी एजेंट क्या होता है ? इसका मतलब समझ ही गए होंगे। 

अगर आप में से कोई इस तरह का एजेंट बनना चाहता है। तब उसको DRA का कोर्स करना होगा। और इसी के साथ ही एजेंट बनने के लिए कैंडिडेट को बैंकिंग और फाइनेंस के बारे में अच्छा नॉलेज भी होना चाहिए।


डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए योग्यता क्या है ? 

> भारत की किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आवेदक का 10वीं और 12वीं पास होना चाहिए। 

> अगर कोई स्टूडेंट ग्रेजुएशन पास है तो वह भी डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए अप्लाई कर सकता है। 

> कैंडिडेट का 10वीं 12वीं और ग्रेजुएशन पास किसी भी स्ट्रीम से हो। 

> कैंडिडेट की उम्र 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

> कैंडिडेट भारत का मूल निवासी होना चाहिए।

> अगर कोई कैंडिडेट केवल दसवीं पास है तब वह भी डेबट रिकवरी एजेंट बन सकता है। 

> डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए लड़का और लड़की दोनों अप्लाई कर सकता है। 


डेबट रिकवरी एजेंट कैसे बनें ? How to Become Debate Recovery Agent in Hindi

> डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए सबसे पहले कैंडिडेट को DRA का एक सर्टिफिकेट कोर्स करना होगा। और इस सर्टिफिकेट कोर्स में 10वीं और 12वीं पास कैंडिडेट्स को 100 घंटे की ट्रेनिंग उपलब्ध करवाई जाएगी और वही ग्रेजुएशन पास कैंडिडेट को 50 घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी। 

> डेबट रिकवरी एजेंट के ट्रेंनिंग पीरियड कंप्लीट हो जाने के बाद एक एग्जाम आयोजित करवाई जाएगी। जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप के क्वेश्चन पूछे जाएंगे और यह सभी क्वेश्चन टोटल 100 मार्क्स के होंगे जिसमें कैंडिडेट को पास होने के लिए 50 मार्क्स लाने अनिवार्य होंगे। 

> एग्जाम को क्वालिफाई करने वाले कैंडीडेट को सर्टिफिकेट दिया जाता है। और इसी सर्टिफिकेट के बेस पर कैंडिडेट किसी भी बैंक में लोन को रिकवर करने वाला एजेंट बन सकता हैं। या इसके अलावा कैंडिडेट अपनी खुद की एजेंसी भी खोल सकता है।


डेब्ट रिकवरी एजेंट बनने के लिए फीस कितनी हैं ? 

अभी हम बात करें की डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए फीस कितनी लगती है ? तो इसका जवाब यही है कि एक डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए बहुत ही कम चार्ज किया जाता हैं। और इसका हम एक एवरेज निकाले तो लगभग 5 हजार रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक फीस हो सकती है। लेकिन आप जिस इंस्टीट्यूट से डेबट रिकवरी एजेंट बनने के लिए कोर्स कर रहे हैं उस इंस्टिट्यूट में आप पहले फीस जरूर पता कर ले। 


डेबट रिकवरी एजेंट बनने के बाद सैलरी कितनी मिलती है ? 

अगर हम बात करें डेबट रिकवरी एजेंट बनने के बाद सैलरी कितनी मिलती होगी ? तो इसका जवाब है कि लगभग एक लोन रिकवर करने वाले एजेंट को ₹15000 से लेकर ₹30000 रुपए तक सैलरी आराम से मिल जाती है। लेकिन वही कोई व्यक्ति लोन को रिकवर करने वाली एजेंसी स्थापित करता है। तब उसको महीने के लाखों रुपए तक का मुनाफा हो सकता है। क्योंकि आप बैंकों के कमीशन के बेस पर काम करके देंगे। 

अभी हम आपको एक एग्जांपल दे करके बताते हैं जैसे कि मान लीजिए आपने लोन को रिकवर करने वाली एक एजेंसी खोल रखी है और अभी आपके पास एक बैंक से ऑफर आया कि आप हमें यहां से 2000000 रुपए के लोन रिकवर करके देना है तब अगर आप ₹2000000 लोन रिकवरी करके देते हैं तब आपको यहां पर 16% कमीशन दिया जाएगा। मतलब 2000000 रुपए का 16% कमीशन ₹160000 हो गए ना। इस तरह से अगर आप अपनी खुद की एजेंसी खोलते हैं तब आपकी ज्यादा कमाई होती है। 


FAQ

DRA की फुल फॉर्म हिंदी में क्या होती है ?

DRA की फुल फॉर्म हिंदी में कर्ज वसूली एजेंट होती है।

Debt Recovery Agent की नौकरी सरकारी होती है या प्राइवेट ?

Debt Recovery Agent की नौकरी सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार की होती है।

अब हम उम्मीद करते हैं कि आपको डेबट रिकवरी एजेंट बनने से संबंधित सभी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आती है। तब आप अपने दोस्तों के साथ भी इस जानकारी को जरूर शेयर कीजिएगा और ऐसी ही जानकारी जानने के लिए इस वेबसाइट को जरूर फॉलो कर लीजिएगा। 

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