स्टेनोग्राफर कौन होता है ? Stenographer कैसे बने ?

How to Become Stenographer Full Information in Hindi : - जब भी हम एसएससी और रेलवे डिपार्टमेंट में फॉर्म अप्लाई करते हैं। तभी हमको स्टेनोग्राफर की एक पोस्ट देखने को मिलती है। क्या आपको पता है कि स्टेनोग्राफर कौन होता है ? स्टेनो क्या होता है ? स्टेनोग्राफर कैसे बनते हैं ? स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या योग्यता है ? अगर नहीं मालूम तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको स्टेनो क्या होता है और कैसे बनते हैं ? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आपको इस ब्लॉग में देने वाले हैं। तो कृपया करके इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़िएगा।

स्टेनोग्राफर कौन होता है ? Stenographer कैसे बने ?


स्टेनो क्या होता है ? What is Steno in Hindi 

स्टेनो एक ऐसा राइटर होता है। जो बोलने वाली स्पीड को एक शॉर्ट लैंग्वेज में कन्वर्ट करके नोट कर लेता है। या 100 से 120 प्रति मिनट वर्ड को एक कोडिंग लैंग्वेज में लिख लेता है। इसी को हम स्टेनो कहते हैं। स्टेनो को shorthand writer भी कहा जाता है। जिसको हिंदी में आशुलिपि लेखक कहते हैं। 

बेसिकली आप यह समझ रहे होंगे कि स्टेनो लैंग्वेज एक उर्दू या तेलुगु टाइप की लैंग्वेज है। क्योंकि देखने पर यह उर्दू टाइप की ही लैंग्वेज लगती है। तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि यह एक स्पीड से बोलने वाले शब्दों को आसान व शॉर्ट लैंग्वेज में नोट करके लिखने वाली लैंग्वेज है।

स्टेनो की सबसे खास बात यह है कि स्टेनो के द्वारा लिखे गए शब्दों को केवल स्टेनो ही ट्रांसलेट कर सकता है। उसके अलावा ओर कोई भी उन शब्दों को ट्रांसलेट नहीं कर सकेगा।

आप सभी को यह तो पता ही होगा कि जब भी कोई टीवी रिपोर्टर किसी क्रिकेटर या फेमस व्यक्ति का इंटरव्यू लेता है। उसी दौरान उस व्यक्ति के द्वारा बोले जाने वाले वर्ड को इंग्लिश और हिंदी लैंग्वेज में लिखने मि कोशिश करेंगे तो कोई भी रिपोर्टर उस स्पीड से नहीं लिख पायेगा। अगर बीच में उस व्यक्ति द्वारा बोला गया वाक्य छूट जाता है। तब रिपोर्टर यह तो नहीं कह सकेगा कि श्रीमान आप दोबारा से बोलकर बताओ मैने नोट नही किया। अगर कोई रिपोर्टर ऐसा करता है। तब उसकी और उसके चैनल की बेइज्जती हो जाती हैं। इसलिए रिपोर्टर्स के द्वारा स्टेनो लैंग्वेज का उपयोग करके उस व्यक्ति के द्वारा बोले जाने वाले शब्दों को नोट किया जाता हैं। 

इसके अलावा जितने भी भारत में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट है। उनमें एक स्टेनोग्राफर होता है। जिसका काम जज के द्वारा दिया गया जजमेंट को नोट करके लिखना होता है। उसके बाद में यह स्टेनोग्राफर अपने ऑफिस में जाकर के नोट किए गए जजमेंट को कंप्यूटर में ट्रांसलेट कर लेता है। जिससे जज के द्वारा दिया गया जजमेंट जज को वापिस से मिल सके।


स्टेनोग्राफर कौन होता है ? 

150 से 180 प्रति मिनट की स्पीड से बोले जाने वाले शब्दों को एक शॉर्ट लैंग्वेज में कनवर्ट करने वाला व्यक्ति स्टेनोग्राफर होता हैं। जैसे वकील अपने साथ एक स्टेनोग्राफर को रखता है, कोर्ट में जज के द्वारा दिया जाने वाला जजमेंट को नोट करने वाला व्यक्ति स्टेनोग्राफर होता है, किसी फेमस व्यक्ति का इंटरव्यू लेने के दौरान रिपोर्टर ईत्यादि भी स्टेनोग्राफर का रोल निभाते हैं।


स्टेनोग्राफर की भर्तियां निकालने वाले डिपार्टमेंट की लिस्ट : -

Railway

SSC

High court

DRDO

CRPF

CISF

Private sector


स्टेनोग्राफर कैसे बने ? How to Become Stenographer in Hindi ?

स्टेनोग्राफर बनने के लिए सबसे पहले आपको अपने अकॉर्डिंग किसी भी डिपार्टमेंट में निकलने वाली वैकेंसीज में अप्लाई करना होगा। इसके बाद में आपको 3 स्टेज को पार करना होगा।

Stage 1. Written test : - एक स्टेनोग्राफर बनने के लिए सबसे पहले आपको रिटन टेस्ट देना होता है। जिसमें Reasoning, GK और English से प्रश्न पूछे जाते हैं। लेकिन इंग्लिश सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा क्वेश्चन पूछे जाते हैं।

Stage 2. Skill test : - रिटन टेस्ट को कंप्लीट करने के बाद आपको स्किल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। जिसमें आपका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाता है। आप अपने साथ सभी जरूरी दस्तावेज को जरूर ले जाएं।

Stage 3. Shorthand test : - फिर दोनों स्टेज कंप्लीट करने के बाद शॉर्टहैंड टेस्ट देना होता है। जिसमें आपको पहले 10 मिनट की डिटेक्शन दी जाती है। बाद में 1 घंटे में लिखे गए शब्दों को इंग्लिश या हिंदी लैंग्वेज में ट्रांसलेट करना होता है। अगर आपका इस टेस्ट में सिलेक्शन हो जाता है। तब आपको सरकारी डिपार्टमेंट में स्टेनोग्राफर की पोस्ट मिल जाती है। 


स्टेनोग्राफर बनने के लिए योग्यता क्या है ? Stenographer Eligibility Criteria

1. स्टेनोग्राफर बनने के लिए आप 12th पास किसी भी स्ट्रीम आर्ट, साइंस या कॉमर्स से हों।

2. किसी भर्ती में ग्रेजुएशन भी मांगा जाता है।

3. प्राइवेट सेक्टर में किसी कंपनी में स्टेनोग्राफर के लिए अप्लाई करते हैं। तब आप से ग्रेजुएशन के साथ साथ कुछ साल का एक्सपीरियंस भी मांगा जाता है।

4. स्टेनो बनने के लिए उम्र की बात करें। तब अलग-अलग वैकेंसीज में उम्र सीमा अलग-अलग होती है। लेकिन बात की जाए SSC stenographer Grade C की तब 18 से 27 साल और SSC stenographer Grade D में 18 - 30 साल हो।

5. SC, ST में 5 साल और OBC में 3 साल की उम्र में छूट भी दी जाती है।

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तो दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको यह छोटी सी जानकारी Stenographer kya kaam karta hai ? Stenographer kon hota hai ? Steno kaise bane ? जरूर पसंद आई होगी। अगर पसंद आए तब आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा।   

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