Cibil Score क्या है ? कैसे काम करता है ? सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाये ?

What is Cibil Score Full Information in Hindi:- Car Loan, Home Loan, Gold Loan, Education Loan आपने भी ऐसे बहुत प्रकार के Loans के नाम अक्सर सुने होंगे। साथ ही आपको यह भी पता होगा कि यह लोन हर किसी को नहीं मिलता है। हर किसी के लिए लोन मिलने की चांस अलग-अलग होते हैं और लोन की अमाउंट भी कम ज्यादा होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह किस आधार पर तय किया जाता है कि किस व्यक्ति को कितना लोन दिया जा सकता है या किस व्यक्ति को लोन मिलेगा और किस व्यक्ति को नहीं मिलेगा।

अगर आप नहीं जानते हैं तो हम आपको बताना चाहेंगे कि यह सब कुछ सिबिल स्कोर (Cibil Socre) के आधार पर तय किया जाता है कि किस व्यक्ति को लोन मिलेगा और किस व्यक्ति को नहीं मिलेगा। साथ ही किस व्यक्ति को कितना लोन दिया जा सकता है। इस लेख में आपको सिबिल स्कोर के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में मिलने वाली है। तो चलिए जानते हैं Cibil Score kya hota hai in hindi

What is Cibil Score Full Information in Hindi


सिबिल स्कोर क्या है ? What is Cibil Score in Hindi

सिबिल स्कोर एक प्रकार की रिपार्ट होती है, जिसमे 300 से लेकर 900 तक की एक संख्या होती है, यही संख्या यह निर्धारित करती है कि किस व्यक्ति को लोन दिया जाना चाहिए और किस व्यक्ति को नहीं दिया जाना चाहिए। Cibil Score को Credit Score भी कहा जाता है। सिबिल स्कोर के नंबर कम से कम 300 और ज्यादा से ज्यादा 900 होते हैं। जिस व्यक्ति का सिबिल स्कोर ज्यादा होता है उसको लोन मिलने के चांस उतने ही ज्यादा बढ़ जाते हैं। इसके अलावा अगर आपका सिबिल score कम हो तो आपको लोन मिलने के चांस भी ना के बराबर होते हैं। 

TransUnion Cibil भारत की पहली Credit Information Company है। जोकि सभी के लिए क्रेडिट स्कोर निर्धारित करती है। इसको 'क्रेडिट ब्यूरो' भी कहा जाता है। इस कंपनी को स्थापित करने का उद्देश्य बैंकों और अन्य लोन देनी वाली संस्थाओं को सामान्य लोगों के बारे में ऐसी जानकारी उपलब्ध कराना है जिससे बैंक आसानी से यह तय कर सके कि किस व्यक्ति को लोन देना चाहिए और किस व्यक्ति को नहीं देना चाहिए। ताकि समय पर लोन चुकाने वाले लोगों को आसानी से लोन मिल सके और समय पर लोन ना चुकाने वाले लोगों को लोन देने से बचा जा सके।

क्रेडिट बयूरो के पास 2500 से भी ज्यादा ऐसी कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट है जो कि लोन देती हैं, जिसमे बड़े बड़े बैंक, वितीय कंपनियां, गैर बैंकिंग वित्तिय कंपनिया, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां शामिल है। क्रेडिट ब्यूरो कंपनी के पास 6 करोड से भी ज्यादा लोगों की क्रेडिट रिपोर्ट है।


सिबिल स्कोर कैसे तय किया जाता है ?

किस व्यक्ति को कितना सिबिल स्कोर देना चाहिए, इस चीज का निर्धारण इस बात पर किया जाता है कि आप ने अब तक बैंकों से या अन्य संस्थाओं से जो भी लोन लिया है या EMI पर कोई सामान लिया है, तो उनकी किस्तों का भुगतान समय से कर रहे हैं या नहीं। आपके क्रेडिट कार्ड के बिल भुगतान और आपकी पिछले 6 महीनों की बैंक स्टेटमेंट का रिकॉर्ड भी चेक किया जाता है और उसी के आधार पर आपको क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर दिया जाता है। सिबिल स्कोर में बचत खाते की राशि, निवेश राशि और फिक्स डिपाजिट की राशि सम्मिलित नहीं की जाती है।


Cibil कैसे काम करता है ?

जितनी भी बैंके और वित्तीय संस्थाएं हैं। वह सभी अपने उपभोक्ताओं के लोन भुगतान और क्रेडिट कार्ड के बिल्स भुगतान की सारी जानकारी हर महीने Credit Bureau Company के लिए साथ शेयर करती रहती हैं। जिनके आधार पर क्रेडिट ब्यूरो हर व्यक्ति को सिबिल स्कोर देता है। इसके बाद उसी सिबिल स्कोर के आधार पर प्रत्येक उपभोक्ता को भविष्य में लोन मिलना चाहिए या नहीं मिलना चाहिए। इस बात का निर्धारण किया जाता है। 

याद रहे केडिट ब्यूरो सिर्फ उपभोक्ताओं को सिबिल स्कोर देता है। आपको लोन मिलेगा या नहीं। यह उस संस्था पर निर्भर करता है जिसमें आपने लोन के लिए आवेदन किया है। लेकिन अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा हुआ तो काफी ज्यादा चांस है कि आप को लोन मिल जाएगा।


सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए ?

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि सिबिल स्कोर 300 से लेकर 900 तक होता है। इस सिबिल स्कोर को चार अलग-अलग भागों में बांटा गया है। नीचे आप देख सकते हैं कि कितना सिबिल स्कोर होने पर आप कौन सी कैटेगरी में आते हैं।

Poor:-        300-550

Average:-  550-650

Good:-       650-750

Excellent:- 750-900


तो अगर आपका सिबिल स्कोर 650 से 750 के बीच है तो वह Good यानी अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से 900 के बीच है तो यह जिस स्कोर को Excellent यानी कि बेहतरीन माना जाता है। अगर आपका स्कोर 750 से 900 के बीच में हो तो आपको लोन मिलने के चांस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।


सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं ?

> अगर आपने किसी प्रकार का लोन लिया या EMI पर कोई सामान ले रखा है तो आप उसकी किस्तों का भुगतान समय से पहले ही कर दे।

> इसके अलावा अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो क्रेडिट कार्ड के बिल्स कभी बकाया ना रखें। समय से पहले ही उन बिलों का भुगतान कर दें। 

> क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कम से कम करें ताकि आपको बार-बार बैंक से पैसे उधार ना लेना पड़े।

> बैंक से लोन, EMI पर समान जरूरत होने पर ही लें। बार-बार ऐसा ना करें। नहीं तो बैंक की नजर में आप की छवि एक कर्जदार के रूप में बन जाएगी। जो कि अच्छी बात नहीं है। लेकिन अगर आप लोन इंस्टालमेंट का भुकतान समय से पहले ही कर दे, तब बैंक और वित्तीय संस्थाओं का विश्वास आप पर और भी बढ़ जाता है। जो की सिबिल स्कोर को बढ़ाने में मदद करता है।

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तो इस लेख में आपने सीखा कि cibil score kya hota hai ? कैसे काम करता है ? सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए ? सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं ? उम्मीद करते हैं कि आपको सिबिल स्कोर के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपका कोई सवाल है या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं। 

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